उम्मीद से जख्मों को सीने की कोशिश की, पर अब भी हर रोज़ बिखर जाता हूँ।
तूने हमेशा का वादा किया था,
वो चली गई, और मुस्कुराने की वजह भी,
चेहरों की भीड़ में भी अकेला हूँ,
दर्द कभी चीखता नहीं,
कुछ यादें मिटती नहीं,
आँसू कभी आवाज़ नहीं करते,
तेरा अलविदा आज भी गूंजता है,
लोगों के बीच हँसता हूँ,
जब रोशनी की सबसे ज़रूरत थी,
तेरी पुरानी बातें फिर से पढ़ता हूँ,
बाहर मुस्कुराया, अंदर बिखर गया,
तू चली गई, पर तेरी खामोशी रह गई,
मैंने अपना पूरा आसमान तुझे दे दिया,
आईने में भी अब वो चेहरा नहीं दिखता,
सबसे तेज़ चीखें वो होती हैं,
यादें अजीब तोहफा हैं,
एक साँस में ‘हमेशा’ का वादा किया था,
तू सुकून थी जिसे मैं संभाल ना सका,
कई बार मुस्कुरा कर आँसू छुपाए,
तू तो आगे बढ़ गई जैसे कुछ हुआ ही नहीं,
अब लफ्ज़ भी दर्द में ढल गए हैं,
कभी हमेशा की बातें थीं,
काश मैं उतना ही मायने रखता,
मोहब्बत कभी खून बहाने के लिए नहीं होती,
तेरे जाने के बाद भी तेरी यादें जिंदा हैं,
कभी अलविदा कहने की ज़रूरत नहीं पड़ती,
तू भूल गई, और मैं हर बात याद रख बैठा,
इश्क भी ढलते सूरज जैसा था,
तू संभल गई, मैं और बिखर गया,
मैंने हँसी ओढ़ी, पर दिल जानता था सच्चाई,
टूटे दिलों की कोई आवाज़ नहीं होती,
मैंने तुझे अपनी रूह तक दे दी थी,
भरोसा मेरी गलती थी,
कुछ अलविदा ऐसे होते हैं,
जिसे सबसे ज़्यादा चाहा,
जब लफ्ज़ चुप थे,
तुझसे प्यार करना आसान था,
मैंने तुझे चाहा इतना कि खुद को खो दिया,
वादे किए गए, सिर्फ तोड़ने के लिए,
इश्क भी ढलते सूरज जैसा था,
तेरे जाने के साथ ही मेरी खुशियाँ भी चली गईं,
रातें और भी तन्हा हो जाती हैं,
अब भी मुस्कुराता हूँ, पर सिर्फ दुनिया के लिए,
तूने मोहब्बत सिखाई,
हर जख्म दिखाई नहीं देता,
मैंने तुझसे हमेशा जैसा प्यार किया,
तेरा कहा हुआ अलविदा अब भी दिल में गूंजता है,
कुछ कहानियाँ अधूरी रह जाती हैं,
खुशियाँ चली गईं,
"तेरे बिना हर खुशी अधूरी लगती है,
"जिसे चाहा दिल से, वही हमें दर्द दे गया,
"हर शाम उदास रहती है,
"हमने तो हर मोड़ पर तेरा साथ मांगा था, तूने हर मोड़ पर हमें अकेला छोड़ दिया।"
"तू साथ होता तो शायद हालात कुछ और होते,
"तू ख्वाब था जो टूट गया,
"अब तो आँसू भी चुपचाप बहते हैं,
"कभी सोचा ना था कि तुझसे दूर होकर भी जीना होगा,
"तेरे बिना जीने का हुनर सीख लिया है,
"मुस्कुराते चेहरों के पीछे एक गहरी खामोशी छिपी है,
"वो जो मेरे सबसे करीब था,
"मैंने तुझसे वफ़ा की उम्मीद की,
"तेरे जाने के बाद कोई सवाल नहीं करता, सब खामोश हैं, जैसे जवाब मिल चुका हो।"
"उसने वादा किया था साथ निभाने का,
"अब न उम्मीदें हैं,
"तू ही था जिससे सब कुछ कहा,
"अब तेरी तस्वीर से ही बातें होती हैं,
"जिसे अपना समझा,
"तेरा साथ न सही,
"अब तो तन्हाई भी अच्छी लगने लगी है, जबसे तेरा साथ छूटा है।"
"वो यादें जो हमें जीने नहीं देती,
"उसने कहा भूल जाओ,
"इश्क़ में हँसना तो सबको आता है,
"वक़्त ने सब कुछ बदल दिया,
"अब किसी से उम्मीद नहीं रखते,
"टूटे हुए ख्वाबों का हिसाब कौन रखे,
"कभी वक़्त मिले तो सोचना ज़रूर,
"तन्हाई में भीड़ से डर लगता है,
"वो बातों में प्यार था या कोई फरेब,
"हर मुस्कान के पीछे एक ग़म छिपा है,
"तेरी यादें इस दिल का हिस्सा बन गई हैं,
"न शिकवा तुझसे, न शिकायत हमसे,
"खुश रहने की कोशिश में
"तेरे लौट आने की उम्मीद थी,
"दिल को अब दर्द की आदत हो गई है,
"तेरे बिना सब अधूरा सा लगता है,
"जिसे चाहा वो कभी समझ न सका,
"ना अब किसी से गिला है,
"वक़्त के साथ सब बदल गया,
"तू हँसता रहा, मैं टूटता रहा,
"तू जो मेरे साथ होता,
"तन्हा रातें अब दोस्त बन गई हैं,
"तेरे बिना सब अधूरा लगता है,
"अब न शिकवा है न शिकायत,
"कभी सोचता हूँ तुझसे बात करूँ,